चौधरी बीरेंद्र सिंह भाजपा में रहेंगे या नई पार्टी बनाएंगे: जींद रैली को लेकर BJP चुप; समर्थकों का दावा-पार्टी छोड़ेंगे, JJP पर हमलावर

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चंडीगढ़4 मिनट पहले

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पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह।

हरियाणा के जींद में 2 अक्टूबर को होने वाली चौधरी बीरेंद्र सिंह की ‘मेरी आवाज सुनो’ रैली को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है। चर्चा हो रही है कि भाजपा के बिना झंडे के रैली कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह BJP में रहेंगे या नई पार्टी बनाएंगे।

इस मुद्दे पर हरियाणा भाजपा के नेता चुप्पी साधे हुए हैं और रैली के खिलाफ कोई भी नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। जबकि चौधरी बीरेंद्र सिंह के समर्थक सार्वजनिक मंच पर यह कह रहे हैं कि चौधरी बीरेंद्र सिंह पार्टी छोड़ेंगे सियासी गलियारों में यह भी चर्चा जोरों पर है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रैली के जरिए भाजपा पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

पहले रैली के बारे में जानते हैं…

चौधरी बीरेंद्र सिंह की यह रैली जींद में 2 अक्टूबर यानी कल होगी। इस रैली को भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने भाजपा के बिना झंडे के बुलाई है। समर्थकों को उन्होंने यह कहा है कि वह रैली में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर ही पहुंचे। इसके साथ ही रैली को गैर राजनीतिक बनाने के लिए उन्होंने पार्टी के किसी भी बड़े नेता को न्योता नहीं दिया है। रैली का नाम मेरी आवाज सुनो दिया गया है।

भाजपा की चुप्पी के कई मायने

चौधरी बीरेंद्र सिंह की रैली को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) साइलेंट सपोर्ट दे रही है। इसकी एक वजह यह भी है कि हरियाणा भाजपा के किसी भी नेता ने इस रैली को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। सभी नेता बीरेंद्र सिंह की रैली पर चुप्पी साधे हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषक यह मान रहे हैं कि भाजपा इस रैली के सियासी फायदे और नुकसान को देखते हुए कुछ भी नहीं बोल रही है।

हालांकि हाल ही में कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने रैली को लेकर यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया था कि यह उनका स्टाइल है।

समर्थक कह रहे, छोड़ेंगे पार्टी

बीरेंद्र सिंह की मेरी आवाज सुनो रैली को अभी तक इस रैली को गैर राजनीतिक बताया जा रहा था, लेकिन बीरेंद्र सिंह के समर्थकों ने यह कहकर रैली को राजनीतिक रंग दे दिया है कि बीरेंद्र सिंह अब भाजपा को छोड़ सकते हैं और कांग्रेस में भी जा सकते हैं। वहीं बीरेंद्र सिंह की तरफ से इसके बारे में अभी तक ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, शनिवार को बीरेंद्र सिंह के समर्थकों ने ही जींद में पत्रकार वार्ता कर ये बात कही है।

JJP को छोड़ने का BJP पर बना रहे दबाव

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार चौधरी बीरेंद्र सिंह की रैली का उद्देश्य 2024 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव हैं। वह चुनाव से पहले डिप्टी CM और वर्तमान उचाना विधायक दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली अपनी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (JJP) को छोड़ने के लिए BJP पर दबाव डालना है। वह इन चुनावों में अपने बेटे और पत्नी के लिए हिसार और उचाना कलां संसद और विधानसभा सीटें चाहते हैं, वहीं जेजेपी की भी नजर दोनों पर है। राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार, बीरेंद्र सिंह डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और उनकी जेजेपी को निशाना बना रहे हैं।

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