भिवानीएक घंटा पहले
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हरियाणा के भिवानी स्थित हनुमान ढ़ाणी स्थित हनुमान जोहड़ी नरसिंह मंदिर के स्वामी विवेकानंद सभागार में 21वां राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह-2023 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट के बैनर तले व महात्मा ज्योतिबा फूले धर्मार्थ ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित हुआ। इस दौरान देशभर के 121 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
जिनमें हरियाणा से 80 एवं अन्य 8 राज्यों के 41 शिक्षकों को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक अवॉर्ड दिया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सांसद चौ. धर्मबीर सिंह ने शिरकत की। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मंत्री एवं विधायक घनश्याम सर्राफ ने की। इस दौरान बालयोगी महंत चरणदास महाराज का सान्निध्य रहा।

शिक्षक को सम्मानित करते विधायक घनश्याम सर्राफ व महंत चरणदास महाराज।
दिमाग को आकार देकर सपने संवारते हैं शिक्षक : घनश्याम सर्राफ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यअतिथि सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि स्कूली बच्चों का भविष्य गढ़ने के साथ-साथ उन्हें सामाजिक सरोकार से जोड़ने के लिए पूरी निष्ठा और लगन के साथ जुटे रहने वाले शिक्षकों का सम्मान वास्तव में शिक्षा के प्रति उनके समर्पण का सम्मान है। उन्होंने कहा कि अध्यापक समाज का शिल्पकार होता है। देश निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उनका मनोबल भी बढ़ाना चाहिए। इस मौके पर विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि शिक्षक हमारे दिमाग को आकार देने के साथ सपनों को संवारते हैं। शिक्षकों की ही देन है कि युवा आगे चलकर अपने जीवन में सफल होते हैं। हर एक इंसान के जीवन में शिक्षकों का बहुत योगदान है।
सही शिक्षा श्रेष्ठ व्यक्ति का करती है निर्माण : महंत चरणदास
अगर शिक्षक नहीं होते तो आने वाली पीढ़ियों को अच्छा ज्ञान नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की ही देन है कि आज भारत पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा रहा है। इस मौके पर बालयोगी महंत चरणदास महाराज ने कहा कि सही शिक्षा ही श्रेष्ठ व्यक्ति का निर्माण कर सकती है। इसमें शिक्षक की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि हर इंसान के जीवन में शिक्षक का होना बहुत जरूरी है।
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