फतेहाबाद के जाखल आज पूर्ण बंद: नगरपालिका को भंग कर ग्राम पंचायत बनाने की मांग; दुकानें बंद कर धरने पर बैठे

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फतेहाबाद37 मिनट पहले

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हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल कस्बे में लोग नगर पालिका के विरोध मे उतर आए हैं। शुक्रवार को नगर पालिका भंग कर कस्बे को दोबारा ग्राम पंचायत बनाने की मांग को लेकर पूरा जाखल बंद रहा। लोगों ने दुकानें प्रतिष्ठान बंद कर महाराजा अग्रसैन चौक में धरना दिया। लोगों ने बाजारों में प्रदर्शन भी किया।

जाखल के लोग पिछले डेढ़ साल से यह मांग उठा रहे हैं और जाखल मंडी जन एकता मंच का गठन भी कर दिया गया है। आज काफी संख्या में व्यापारी, पार्षद, पार्षद प्रतिनिधि इस प्रदर्शन में शामिल हुए और पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता स.परमवीर सिंह भी धरने को समर्थन करने पहुंचे।

लोगों ने दुकानें बंद कर पंचायत का दर्जा देने की मांग की।

लोगों ने दुकानें बंद कर पंचायत का दर्जा देने की मांग की।

लोगों का कहना है कि जाखल के लोगों का दर्द सरकार व प्रशासन इसी से समझ सकते हैं कि कोई कस्बा वासी अपने शहर का दर्जा घटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले 2017 में जब जाखल को ग्राम पंचायत से नगरपालिका दर्जा मिला तो लोग बहुत खुश हुए और उन्हें जाखल की तरक्की के द्वार खुलते नजर आए।

बच्चों का भविष्य बदलता नजर आया, लेकिन बहुत जल्द ही यह सपने टूट गए। नगरपालिका बनने के बाद विकास के नाम पर उन्हें टैक्सों की भरमार मिली है। काम कोई हो नहीं रहा, लेकिन गरीब लोगों पर टैक्स थोप दिए गए हैं। 2017 से पहले बने मकानों, दुकानों पर डेवलपमेंट चार्ज थोंपे जा रहे हैं। तहेदारी की जो 400 दुकानें थी, उनके किराये पर भी टैक्स लगा दिया गया है।

जाखल मंडी में बंद पड़ी दुकानें।

जाखल मंडी में बंद पड़ी दुकानें।

नगरपालिका बनाने के लिए जाखल मंडी में रेलवे स्टेशन के साथ लगती बस्ती भी जोड़ी गई थी, उस बस्ती के लोग बेहद गरीब हैं और रोटी का जुगाड़ मुश्किल से करते हैं, अब उन पर भी टैक्स लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जाखल में आमदन कम है, इसलिए टैक्स कम किए जाएं तो दिक्कत नहीं है। वे भी नगर पालिका का दर्जा बनाए रहना चाहते हैं, लेकिन अब दुखी होकर उन्होंने यह मांग उठाई है।

उन्होंने कहा कि वे मंत्री बबली, चेयरमैन सुभाष बराला व विपक्ष तक जा जा कर थक गए हैं। इसीलिए आज बाजार बंद किया गया। लोग अब चुनाव के इंतजार में हैं ताकि चुनाव के समय अपनी पीड़ा का इजहार कर सकें। आपको बता दें कि 2017 से पहले जाखल तीन टर्म तक ग्राम पंचायत थी और उससे पहले कुछ समय के लिए नगर पालिका थी। 2017 के बाद फिर ग्राम पंचायत को तोड़कर नगर पालिका बना दी गई थी।

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