नूंह दंगों पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने अपनी ही सरकार को: ‌राव इन्द्रजीत बोले-राज्य सरकार की वजह से नहीं बना RAF का परमानेंट कैंप; 2017 में लिया था फैसला

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रेवाड़ी38 मिनट पहले

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केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह।

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह अपनी ही प्रदेश सरकार के खिलाफ लगातार मुखर होकर घेर रहे है। गुरुग्राम से सांसद होने के कारण नूंह जिला उनके ही संसदीय क्षेत्र में आता है। राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि नूंह जिले के तावडू में बनने वाला RAF का परमानेंट कैंप राज्य सरकार की वजह से नहीं बना। इसके लिए हरियाणा सरकार को पानी, बिजली और सड़क जैसा बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराना था जो नहीं कराया। इतना ही नहीं जमीन ट्रांसफर के लिए सीएलयू की औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की।

इससे पहले 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद राव इन्द्रजीत सिंह ने ब्रजमंडल यात्रा में हथियार लेकर जाने पर सवाल खड़े किए थे। हालांकि इस बयान के बाद BJP नेता और नेता पर्यटन निगम के चेयरमैन डा. अरविंद यादव ने उनके बयान की निंदा की थी। राव इन्द्रजीत सिंह ने समय-समय अलग-अलग मुद्दों पर पहले भी प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहे है, लेकिन नूंह हिंसा के बाद वे बेबाकी से अपनी बात रख रहे है।

जिससे ‌BJP के नेता ही असहज होते दिख रहे है। तावडू में RAF के परमानेंट कैंप को लेकर अक्टूबर 2022 में राव इन्द्रजीत सिंह द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखा गया पत्र में सामने आया है। इसमें भी राव इन्द्रजीत सिंह ने राज्य सरकार की अनदेखी का खुलकर जिक्र किया हुआ है।

2017 में हुई हिंसा के बाद लिया था फैसला

एक दिन पहले गुरुग्राम के पटौदी में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि करीब 7–8 वर्ष पहले भारत सरकार और होम मिनिस्ट्री ने तय किया था कि तावडू में पैरामिलिट्री फोर्स RAF का कैंप स्थापित किया जाए। यह फैसला उस समय 2017 में तावडू में हुई हिंसा की घटनाओं को देखते हुए लिया गया था।

राव का कहना है कि नूंह जिला हमेशा से ही अतिसंवेदनशील रहा है। राव इंदरजीत सिंह ने साफ-साफ कहा कि तावडू में प्रस्तावित RAF कैंप के लिए राज्य सरकार के द्वारा पानी बिजली सड़क जैसे संसाधन नहीं उपलब्ध कराने के साथ-साथ सीएलयू की औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई।

4 अक्टूबर 2022 को राव इन्द्रजीत सिंह की तरफ से सीएम मनोहर लाल को लिखा गया पत्र।

4 अक्टूबर 2022 को राव इन्द्रजीत सिंह की तरफ से सीएम मनोहर लाल को लिखा गया पत्र।

जांच के बाद ही दोषी ठहराना उचित होगा

केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि नूंह में धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा की घटना को लेकर कहा कि जांच के बाद ही किसी को दोषी ठहराना उचित होगा। बिना ठोस सबूत के किसी को भी दोषी नहीं कहना चाहिए। पुलिस प्रशासन और कानून दोनों ही अपना-अपना काम कर रहे हैं। जांच में जो भी दोषी होगा, उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा और कोर्ट के द्वारा ही आरोपी दोषी को सजा भी मिलेगी।

उन्होंने कहा नूंह में हिंसा की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। आजादी के बाद से लेकर आज तक वहां इस प्रकार की कथित जातीय हिंसा देखने को नहीं मिली है। वहां की हिंसा आगजनी सहित उपद्रव में जो भी लोग शामिल थे, उनकी पहचान कर अधिकांश को गिरफ्तार किया जा चुका है और जो भी बाकी बचे हैं वह भी जल्द काबू कर लिए जाएंगे।

अचानक बने तनाव की भी उच्च स्तरीय जांच होना आवश्यक

राव इंदरजीत सिंह ने कहा कि नूंह में दोनों समुदायों के बीच 75 वर्ष से अमन चैन कायम रहा है। आखिर ऐसा क्या कारण रहा कि वहां पर अचानक ही तनाव का माहौल बन गया। इस प्रकार बने अचानक तनाव की भी उच्च स्तरीय जांच होना आवश्यक है। जो कोई भी हिंसा आगजनी जैसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार मिले, उस व्यक्ति को अवश्य सजा मिलनी चाहिए।

केन्द्रीय मंत्री ने लिखा था पत्र

4 अक्टूबर 2022 को केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने इसी कैंप को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा था। इसमें भी उन्होंने 4 प्वॉइंट का उल्लेख करते हुए इसे जल्द जल्द बनवाने की दिशा में कदम उठाने के लिए आग्रह किया था। साथ ही हवाला दिया था कि इससे ना केवल नूंह बल्कि साथ लगते गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी और राजस्थान को मिलने वाले लाभ का भी जिक्र किया था।

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