गोविंद कुमार/गोपालगंज. ऑनलाइन गेम में एक लाख 26 हजार रुपये हारने पर एक युवक ने कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली. घर से महाराष्ट्र और गुजरात में जाकर परिजनों व दोस्तों के मोबाइल पर मैसेज कर 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की.
घटना विजयीपुर थाने के हंकारपुर गांव की है. पुलिस ने अपहरण कांड के करीब एक माह बाद इसका खुलासा किया है. पुलिस के इस खुलासे के बाद युवक और उसके मोबाइल के साथ सिम को भी बरामद कर लिया गया है, जिससे वह अपने मां-बाप से रंगदारी की मांग करता था.
युवक की मां ने पट्टीदारों के विरूद्ध दर्ज करायी थी प्राथमिकी
हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार ने बताया कि 22 मई को विजयीपुर थाने के हुंकारपुर के मुन्ना यादव की पत्नी मराछी देवी ने विजयीपुर थाने में अपने पुत्र दिलीप कुमार का अपहरण कर लिये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसमें जमीन विवाद को लेकर अपने ही पट्टीदार दीनदयाल यादव, बालेश्वर यादव, बृजमोहन यादव, अर्जुन यादव, नागेंद्र यादव, श्यामसुंदर यादव को नामजद अभियुक्त बनाया था. पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान में कुछ और ही पाया. अपहृत दिलीप यादव का लोकेशन गुजरात के गोदरा स्टेशन व महाराष्ट्र के वापी स्टेशन के पास पाया गया.
मौसी और दोस्तों से अकाउंट में मांग रहा था पैसा
दिलीप यादव के मोबाइल से उसके परिजन, मौसी व दोस्तों के मोबाइल पर 20 लाख की फिरौती की मांग की जा रही थी. साथ ही दिलीप यादव के अकाउंट में पैसा डालने की बात कही जा रही थी. जिसके शक पर पुलिस ने मामले के खुलासे के लिए जांच शुरू कर दी. जिसमें 13 जून को पुलिस टीम अपहृत युवक की बरामदगी के लिए गुजरात एवं महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गयी. लेकिन इसकी भनक युवक को लग गयी. इधर, पुलिस टावर लोकेशन से उसका पीछा करने लगी.
हालांकि पुलिस ने अनुसंधान के दौरान दिलीप के अकाउंट, एटीएम व पे फोन से रुपये डेबिट होने का भी दस्तावेज जुटा लिया. तभी पुलिस दबिश के कारण उसे विजयीपुर थाने के मिश्र बंधौला गांव से उसे बरामद कर लिया और अपहरण कांड का पर्दाफाश किया. युवक ने भी घर से स्वयं भाग जाने तथा सेल्फी लेकर घर वालों के मोबाइल पर फोटो भेज कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने की बात स्वीकार की.
जुआ की लत में बेच डाली थी खुद की प्रॉपर्टी
पुलिस की गिरफ्त में आए दिलीप ने बताया कि ऑनलाइन इलेवन एक्सप्लेयर गेम के जरिये वह एक लाख 26 हजार रुपये हार गया. जिसको लेकर कर्ज चुकाने के लिए दो जगहों की जमीन 9.40 लाख रुपये में बेच दी थी. इसका विरोध पट्टीदारों द्वारा किया जा रहा था.
हालांकि पूर्व से हीं उस पर चार लाख कर्ज था. जमीन बेचकर उसने इस कर्ज को चुका दिया. बांकी रुपये वह जुआ में हार गया था. इस कांड के खुलासे में शामिल विजयीपुर थानाध्यक्ष नागेंद्र सहनी, सब इंस्पेक्टर प्रेम प्रकाश राय, विमलेश कुमार, सिपाही राम कुमार, संतोष कुमार, दुर्गेश कुमार यादव, चौकीदार रामू यादव, कमलेश यादव, राजेश यादव आदि शामिल थे.
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FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 14:57 IST