नई दिल्ली । देश में विकराल रूप धारण कर चुकी प्रदुषण की समस्या को लेकर केंद्र सरकार एक बड़ा फैसला लेने जा रही है. इसके तहत अब देश में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन को अनिवार्य किया जाएगा. एक कार्यक्रम के संबोधन में केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले 2-3 दिनों में कार कंपनियों के लिए अनिवार्य रूप से फ्लेक्स- फ्यूल इंजन लाने का आदेश जारी करेंगे
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अमेरिका, कनाडा और ब्राजील में फ्लेक्स इंजन के माध्यम से वहीं कार 100 फीसदी बायो इथेनॉल पर दौड़ेगी,जोकि हमारे वैज्ञानिकों ने तैयार किया है. उन्होंने बताया कि यह एक ग्रीन फ्यूल हैं जिसमें प्रदुषण का खतरा बिल्कुल ना के बराबर रह जाएगा और आपकी गाड़ी लगभग 65 रुपए प्रति लीटर की दर से चलेगी.
इस कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने बताया कि भारत हर वर्ष आठ लाख करोड़ रुपए के पेट्रोलियम उत्पादों का आयात करता है . यदि पेट्रोलियम उत्पादों पर हमारी निर्भरता इसी प्रकार बनी रहती है तो अगले पांच साल में आयात बिल बढ़कर 25 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा. हमें इस निर्भरता को कम करने की दिशा में अभी से ज़रुरी कदम उठाने होंगे.
सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि पेट्रोलियम आयात को कम करने के लिए 2-3 दिन में मैं एक आदेश पर हस्ताक्षर करने जा रहा हूं . इसके तहत कार विनिर्माताओं के लिए फ्लेक्स- फ्यूल इंजन लाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि Suzuki, Hyundai मोटर इंडिया और Toyota मोटर कॉरपोरेशन के शीर्ष अधिकारियों ने अपने वाहनों में फ्लेक्स- फ्यूल इंजन पेश करने का आश्वासन दिया है, जिसके बाद आप सस्ते ईंधन पर अपनी गाड़ी दौड़ा सकेंगे और प्रदुषण का खतरा भी बिल्कुल कम हो जाएगा.