पानीपत। दुनिया में बहुत से ऐसे स्थान होते हैं जहां पर न सिर्फ मानव बसते हैं बल्कि भटकती हुई आत्माएं भी रहती हैं और इस बात को वहां रहने वाले लोग भी अच्छे से महसूस करते हैं, ऐसे ही स्थानो में हमारे कुछ पुलिस स्टेशन भी हैं। ज्यादातर लोग इन सब कहानियों पर यकीन भी नहीं करते होंगे, लेकिन कई बार ऐसा संयोग बन जाता है कि ये कहानियां सच लगने लगती हैं।
आज हम आपको हरियाणा के एक ऐसे पुलिस चौकी के बारे में बता रहे हैं जो एक साल में तीन पुलिसकर्मियों की जान ले चुकी है। लोग इसे अब पानीपत में भूतिया पुलिस चौकी के नाम से जानने लगे हैं। इस पुलिस चौकी को बने लगभग एक साल हो चुका है। जब ये पुलिस चौकी बनाई गई थी तब यहां 6 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी।
इस पुलिस चौकी में असिस्टेंस सब इंस्पेक्टर के साथ यहां एक हेड कांस्टेबल, दो एसपीओ और दो होमगार्ड के जवान तैनात थे। इनमें से अब तीन ही बचे हैं। बाकी तीन पुलिस कर्मियों की एक ही साल के अंदर मौत हो चुकी ही। इस चौकी में तैनात हेड कांस्टेबल सुनील की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके 1 महीने बाद होमगार्ड प्रदीप की भी हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई। इसके कुछ समय बाद एसपीओ को बुखार आया और अगले दिन ही एसपीओ की भी मौत हो गई।
अब चौथे पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल विजेंद्र भी बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। पहले हो चुकी तीनों की मौत में सामान्य कारण ये है कि वो एक दिन पहले बीमार होते हैं और फिर दूसरे दिन उनकी मौत हो जाती है। सिविल अस्पताल पानीपत के स्टाफ और खुद इस चौकी में काम करने वाले पुलिस कर्मचारियों का दावा है कि ये सब यहां भूत की वजह से हो रहा है। किसी महिला की आत्मा यहां घूमती रहती है।
मरने वाले या बीमार कर्मचारियों के बदले जब दूसरे पुलिसकर्मियों को यहां भेजा गया तो उन्होंने दावा किया कि इस पुलिस चौकी में कोई साया दिखाई देता है। जब वो सोते हैं तो उनके तख्त को कोई उठाता है। जिसके बाद हवा में उनका तख्त उड़ने लगता है। आलम ये है कि अब हर कोई यहां ड्यूटी करने से कतराता है। नौकरी के चलते कोई पुलिसकर्मी इस पर बोलना भी नहीं चाहता।
पानीपत के सिविल अस्पताल की कैंटीन चलाने वाले शख्स दीपक ने भी कहा कि यहां किसी महिला का साया घूमता है। दीपक ने दावा किया कि महिला का कद लगभग 8 फुट से लंबा है। खबर है कि कुछ महीने पहले यहां एक एसपीओ का तबादला हुआ था। उसको जब इन सब चीजों का पता चला तो वो इस चौकी को छोड़कर चला गया।
बता दें कि पहले ये चौकी पानीपत के बस स्टैंड पर हुआ करती थी। जब बस स्टैंड की चौकी को बंद किया गया, तो अस्पताल में लड़ाई-झगड़े बढ़ने लगे।जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पुलिस चौकी को पानीपत के सिविल अस्पताल के गेट पर बना दिया। जब से सिविल अस्पताल पानीपत में ये पुलिस चौकी बनी है. तब से यहां अजीबो गरीब घटनाएं घट रही हैं। कुछ लोग इसे इत्तेफाक बता रहे हैं तो कुछ इस पुलिस चौकी पर भूत का साया बता रहे हैं। नाम ना बताने की शर्त पर यहां काम कर रहे पुलिसकर्मी ही दबी जुबान में मौतों के लिए भूत प्रेत को जिम्मेदार बता रहे हैं। यहां काम करने वाले पुलिस कर्मचारी अब इस पोस्ट को यहां से हटाने की मांग कर रहे हैं।
बता दें गरिमा टाइम्स भूत प्रेत होने की पुष्टि नहीं करता, ना ही हम अंधविश्वास को बढ़ावा देना चाहते हैं। ये रिपोर्ट पुलिसकर्मियों की मौत और उसको लेकर फैली अफवाह पर आधारित है। नाम ना बताने की शर्त पर कुछ सिविल अस्तपाल के स्टाफ और चौकी में काम करने वाले पुलिसकर्मियों ने भी भूत प्रेत के होने का दावा किया है।
बता दें इससे पहले उत्तरप्रदेश के बलिया जिले में स्थित सिकन्दरपुर पुलिस स्टेशन, उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित शाहपुर पुलिस स्टेशन और मुंबई का गोरे गांव पुलिस स्टेशन को भी भूतियाँ माना जाता है।