जुगल कलाल/डूंगरपुर. अमूमन फोन चोरी के केस दर्ज करने से पुलिस बचती है- यह धारणा आम आदमी में खूब गहरे पैठा है. लेकिन यह खबर बताती है कि पुलिस फोन चोरी के केस दर्ज करती है और उसे बरामद करने का जतन भी करती है. बता दें कि डुंगरपुर पुलिस ने गुमशुदा और चोरी हुए कुल 39 फोन बरामद किए हैं और फोन मालिकों को उनका फोन उन्हें सौंपा है. गुम व चोरी हुए मोबाइल वापस पाकर मोबाइल मालिकों के चेहरे खिल गए. उन्होंने पुलिस को धन्यवाद दिया.
डूंगरपुर एसपी कुंदन कवरिया ने बताया कि जिले के अलग थाना क्षेत्र से गुम और चोरी हुए मोबाइल ट्रेस किए जा रहे थे. 39 मोबाइल फोन ट्रेस हुए. इसके बाद पुलिस इन मोबाइल को गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग जिलों से कलेक्ट किए. मोबाइल बरामद कर फोन उनके मालिकों को लौटाए गए.
39 फोन बरामद
एसपी ने कहा कि इन सभी मोबाइलों की अनुमानित कीमत 5 लाख रुपये है. वापस दिलाए 39 फोन में से एक आसपुर थाने के सीआई का भी है. उन्होंने बताया कि चोरी व गुम हुए मोबाइल की तलाशी में साइबर एक्पर्ट की टीम की मेहनत रंग लाई है.
ऐसे किया गया ट्रेस
टीम ने ज़िले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी व गुम हुए मोबाइलों की लिस्ट बनाई. इनमें कई महंगे व एंड्रॉइड मोबाइल थे, जिनको ट्रेसिंग पर लगाया गया. इन फोनों को उनके IMEI नंबर के आधार पर ट्रेस किया गया. कड़ी मशक्कत के बाद ये मोबाइल फोन कलेक्ट किए गए.
आस छोड़ दी थी
मोबाइल मालिकों ने बताया कि उन्होंने आस छोड़ दी थी. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनका चोरी हुआ मोबाइल उन्हें वापस मिल जाएगा. कई लोगों को उनके मोबाइल फोन वैसी हालत में मिले, जैसी हालत में गुम हुए थे. मोबाइल पाकर उनके चेहरे खिल उठे. एसपी कवारीया ने बताया की पहले भी 6 लाख रुपए मूल्य के 40 फोन मोबाइल मालिकों वापस दिलाए गए हैं.
आईएमईआई नंबर जरूरी
डूंगरपुर साइबर सेल के हेमेंद्र सिंह, अभिषेक, राहुल त्रिवेदी और अंकित त्रिवेदी ने IMEI नम्बर के आधार पर चोरी हुए मोबाइल ट्रेस किए. पुलिस ट्रेस करने के बाद जिनके पास मोबाइल था उन्हें फ़ोन किया और मोबाइल एसपी ऑफिस में जमा करवाने का दबाव बनाया. इनमें से ज्यादातर मोबाइल गुम हुए थे.
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FIRST PUBLISHED : July 09, 2023, 13:07 IST