सिंडीकेट की मोनोपॉली खत्म करते हुए छोटे ठेकेदारों को दुकानें सौंप रही है जिसके कारण शराब के सोकीनियो की बल्ले बल्ले होने वाली है। 28 फरवरी को नए ठेके तय होंगे और 1 अप्रैल से लगभग 25-30 प्रतिशत कम रेट में शराब मिलेगी।
हालांकि अभी बड़े ठेकेदार दबाव बना रहे है जिसके कारण करीब 35 ग्रुप के ठेके तय नहीं हो पाए है। जिले में 64 ग्रुपों में करीब 175 शराब दुकानों की नीलामी होना है। पहले चरण में 26 ग्रुपों के ठेके करीब 504 करोड़ में नीलाम हुए। इनसे बैस प्राइज से करीब 80 करोड़ ज्यादा आय हुई। दूसरे चरण में 3 ग्रुपों की ही नीलामी हो पाई। गुरुवार को दूसरे चरण की नीलामी आयोजित हुई थी, लेकिन इसे आगे बढ़ा दिया गया। सहायक आयुक्त राजनारायण सोनी के मुताबिक, 28 फरवरी को नीलामी होगी। ऑनलाइन टेंडर बुलाए जा रहे है।
दरअसल, सरकार ने नई पॉलिसी में शराब सिंडीकेट को रोकने के लिए छोटे-छोटे ग्रुपों में नीलामी का नियम लागू किया है। एक ग्रुप में अधिकतम 3 दुकानें रहेंगी। सिंडीकेट की मोनोपाली खत्म करने के लिए यह फैसला हुआ है, ताकि शराब के दाम कम हो। बताते हैं कि दुकान के लिए काफी कम संंख्या में टेंडर आए, इसलिए ऐनवक्त पर तारीख आगे बढ़ा दी गई। अधिकारी ठेकों के लिए लगातार ठेकेदारों से बात कर रहे हैं। सरकार ने जिले की दुकानों के लिए 1350 करोड़ बैस प्राइस तय की है। हालांकि ऐनवक्त पर कुछ रियायत भी दी जा सकती है।
अन्य जिलों में शुरू हुए रिन्युअल
इंंदौर व खंडवा को छोड़कर संभाग के अन्य जिलों में आबकारी विभाग ने ठेकों के रिन्युअल शुरू कर दिए है। चूंकि वहां पहले से ही छोटे-छोटे ग्रुपों में ठेके किए गए थे, इसलिए तय प्रतिशत राशि बढ़ाकर रिन्युअल किया जा रहा है।
हर शॉपिंग मॉल में होगी wine shops, जल्द होगी कार्रवाई
आबकारी पॉलिसी में सरकार ने शॉपिंग मॉल्स में वाइन शॉप खोलने का प्रावधान कर दिया है। एक wine shop एयरपोर्ट पर भी रहेगी। इन दिनों पर सिर्फ अंगूर से बनी wine ही बेची जा सकेगी। इस पॉलिसी के बाद अब जिले में दुकानों की संख्या बढऩा तय है। शराब दुकानों के ठेके के बाद इनके लिए भी कार्रवाई शुरू होगी।