ससुराल से वापस आने के बाद एक युवक ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा।
युवक की ओर से लिखा गया सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। उनके आत्महत्या के लिए पत्नी के चाचा-चाची को जिम्मेदार ठहराया है। इस के साथ लिखा है कि उसकी पत्नी उसकी सूरत देखने के लिए भी न आए। वहीं पत्र में मां से माफी मांगी गई है क्योकि वह उनके बुढ़ापे की लाठी नहीं बन पाया।
कमरे से बरामद हुआ सुसाइड नोट
रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत सैलई निवासी 23 वर्षीय मोहन सिंह ने फांसी लगा दी। शुक्रवार को जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आया तो मां गीता देवी ने आवाज लगाई। जवाब न मिलने पर अंदर झांककर देखा तो मोहन का शव फंदे से लटक रहा था। बेटे का शव देख मां चिल्लाने लगी। अन्य परिजनों के वहां पहुंचने पर शव को दरवाजा तोड़कर नीचे उतारा गया। इसी बीच मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की छानबीन की तो सुसाइड नोट बरामद हुआ। इस नोट में मौत के लिए पत्नी के चाचा-चाची को जिम्मेदार बताया गया है। लिखा गया है कि पत्नी के बड़े चाचा चाची को सख्त सजा मिले। आगे युवक ने लिखा है कि चलो आज कुछ ऐसा करते हैं आज तुम्हारे खातिर मरते हैं।
दो साल पहले हुए था विवाह
परिजनों ने बताया कि मोहन का विवाह दो साल पहले ही सिरसागंज थाना क्षेत्र की रहने वाली शिवानी से हुआ था। शिवानी एक साल ही मोहन के साथ रही और उसके बाद से वह मायके में है। गुरुवार को मोहन शिवानी को बुलाने के लिए ही ससुराल गया था। हालांकि वापस आकर उसने आत्महत्या कर ली।