मुंबई. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के आरोपी कांस्टेबल चेतन सिंह द्वारा सोमवार तड़के महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती हुई ट्रेन जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में अपने वरिष्ठ सहकर्मी और तीन अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के पीछे की वजहों पर सस्पेंस अब भी बरकरार है. सूत्रों के मुताबिक, जीआरपी के सामने अब भी कई बड़े सवाल हैं, जिनका उन्हें जवाब नहीं मिल पा रहा.
महाराष्ट्र रेलवे की महानिदेशक (डीजी) डॉ प्रदन्या सरोदे ने जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम बैठक की है और उन्हें ट्रेन कांड मामले की जांच की तह तक जाने के निर्देश दिया है. इस बैठक में जीआरपी के सीपी, डीसीपी और ट्रेन कांड के जांच अधिकारी समेत वो सभी अधिकारी शामिल थे, जो इस केस से जुड़े हैं.
ट्रेन कांड को हुए 5 दिन का वक़्त गुजर चुका है, लेकिन अब तक जीआरपी इसके पीछे की वजह को लेकर किसी नतीजे तक नही पहुँच सकी है. जीआरपी के सामने कई सवाल हैं. सूत्रों के मुताबिक जीआरपी ने टारगेट किलिंग के एंगल को अपनी जांच से रूल आउट नही किया है, लेकिन इस एंगल की जांच में यह सवाल खड़ा हो जा रहा है कि अगर आरोपी चेतन सिंह ने टारगेट किलिंग की, तो अपने सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) टीका राम मीणा को क्यों मारा? यह सवाल जीआरपी को सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है.
जीआरपी के सामने दूसरा सवाल यह है कि चेतन सिंह जांच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहा है. सवालों के जवाब में वह गुमराह कर रहा है. यही वजह है कि जीआरपी उसके नार्को टेस्ट करवाने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक अगर आने वाले दिनों में आरोपी ने सहयोग नहीं किया, तो उसका नार्को टेस्ट कराया जा सकता है.
जीआरपी के सामने तीसरा सवाल यह है कि चेतन सिंह और एएसआई मीणा के बीच में किस बात को लेकर विवाद हुआ था, जो इतना बढ़ गया कि उसने एएसआई समेत 4 लोगों की हत्या कर दी. जीआरपी सूत्रों के मुताबिक चेतन सिंह के परिवार ने आरपीएफ ऑफिस और आरपीएफ के डीजी के पास उसकी मेडिकल ट्रीटमेंट के सभी दस्तावेज दिए हैं, लेकिन जीआरपी उसे पंचनामा करके लेगी और पूरे दस्तावेज को वेरिफाई करके उसकी जांच की जाएगी.
ट्रेन कांड मामले में जीआरपी के साथ-साथ एटीएस भी तेजी से जांच कर रही है. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया था कि कांस्टेबल चेतन सिंह (34) ने अपने स्वचालित हथियार से बी5 बोगी में आरपीएफ के सहायक उप-निरीक्षक टीका राम मीणा और एक अन्य यात्री की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने बी6 बोगी में एक यात्री को गोली मारी और फिर बी5 व बी6 बोगी के बीच स्थित पेंट्री कार में एक अन्य यात्री की गोली मारकर हत्या कर दी.
एक अधिकारी के अनुसार, इस घटना के बाद ट्रेन में सुबह करीब 5.59 बजे जंजीर खींची गई. जैसे ही ट्रेन मीरा रोड स्टेशन के पास रुकी, चेतन सिंह अपने हथियार के साथ रेलवे की पटरियों पर कूद गया और भागने लगा. पीछा करने के बाद जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने उसे पकड़ लिया और उसका हथियार जब्त कर लिया. मृत यात्रियों की पहचान पालघर के नालासोपारा के अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला (48), बिहार के मधुबनी के असगर अब्बास अली (48) और सदर मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई है.
.
Tags: Indian Railways, Mumbai, RPF
FIRST PUBLISHED : August 05, 2023, 05:30 IST