करनाल10 मिनट पहले
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लिपिकों के धरने पर पहुंचे नवीन जयहिंद।
हरियाणा के जिले करनाल के जाट भवन में अपनी कावड़ यात्रा के साथ पहुंचें नवीन जयहिंद ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने हरियाणा की यमुना में आई बाढ़ को भ्रष्टाचार की बाढ़ और प्रकृति की बगावत बताया। उन्होंने कहा कि प्रकृति की बगावत इसलिए है क्योंकि लोगों द्वारा प्रकृति का शोषण किया जा रहा है और भ्रष्टाचार की बाढ़ इसलिए है क्योंकि ड्रेनेज सिस्टम में करोड़ों अरबो रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा है। सीवरेज सिस्टम में भी करोड़ों का भ्रष्टाचार है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के हालात ठीक नहीं है। लोग सरकार के विधायकों के साथ की मारपीट करने में लगे हुए है। इसलिए लोगों से अपील है कि वे विधायकों के साथ मारपीट ना करे, बल्कि उनके लिए जूतों की माला तैयार रखें। जिन सरकार के विधायकों ने लोगों का काम नहीं किया और दुख दर्द में शामिल नहीं हुआ उसके लिए भी जूतों की माला तैयार रखें और विपक्ष में बैठे उन विधायकों के लिए भी जूतों की माला तैयार रखे, जिन्होने लोगों की आवाज नहीं उठाई। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी अपील की है कि सरकार में बैठे विधायकों के लिए लोहे का हेलमेट तैयार करवाए, क्योंकि जहां भी विधायक जा रहे है वहां के लोग गुस्से में बैठे है।

करनाल के जाट भवन पहुंचे नवीन जयहिंद।
बाढ़ में लोगों के बुरे हालात
नवीन जयहिंद ने कहा कि बाढ़ के कारण लोगों के बुरे हालात है, लोग तो किसी तरह से बाढ़ से निपट भी रहे है लेकिन सबसे ज्यादा बुरा हाल पशुओं का है, क्योंकि उनके लिए चारा तक नहीं बचा है। सत्ता और विपक्ष ने बाढ़ टूरिज्म चलाया हुआ है और यह नहीं चलेगा, लोग समझ चुके है और सरकार के खिलाफ गुस्से में है। चूंकि अभी चुनाव का सीजन शुरू हो रहा है इसलिए कोई नेता ट्रेक्टर पर घूम रहा है तो कोई नाव में बैठकर।
पहले CM अपनी एक साल की तनख्वाह बाढ़ फंड में डाले
नवीन जयहिंद ने कहा कि सबसे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अपनी एक साल की तनख्वाह बाढ़ राहत फंड में डाली चाहिए, उसके बाद पूर्व सीएम , फिर एमपी और एमएलए अपना वेतन फंड में डाले, तब लगेगा कि ये नेता लोगों के लिए कुछ कर रहे है, बातें बनाने से कुछ नहीं होने वाला।
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