वाहन चालकों के लिए महंगा होगा शिमला का सफर- रास्ते में दो टोल प्लाजा, अब इतना कटेगा टोल टैक्स

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चंडीगढ़। दिसंबर महीने में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए चंडीगढ़ के बड़ी संख्या में शहरवासी पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले शहर हिमाचल की राजधानी शिमला का रूख करते हैं। वहीं, विंटर सीजन में बर्फबारी के मजा लेने के लिए भी चंडीगढ़ से मात्र 120 किलोमीटर दूर शिमला लोगों की पसंदीदा जगह है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर सैकड़ों वाहन शिमला के लिए रवाना होते हैं। ऐसे में अब चंडीगढ़ से शिमला का सफर वाहन चालकों के लिए महंगा होने वाला है। इसकी मुख्य वजह रास्ते में दो टोल प्लाजा हैं।

बता दें कि किसान आंदोलन के चलते कई दिनों से बंद चंडीमंदिर टोल प्लाजा को खोलने की तैयारी हो चुकी है। टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे किसान अब उठने की तैयारी में है। फिर इस टोल प्लाजा पर टोल वसूली दोबारा शुरू हो जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक वीकेंड पर चंडीगढ़ से शिमला के लिए 30 से 35 हजार वाहन जाते हैं, इसकी मुख्य वजह यह है कि चंडीगढ़ से शिमला नजदीक है और लोग कसौली, कुफरी, सोलन जैसी जगहों पर घूमना पसंद करते हैं।

धर्मपुर के सनवारा के पास दूसरा टोल प्लाजा

वहीं, शिमला को जाने वाले रास्ते में दूसरा नया टोल प्लाजा भी शुरू हो चुका है। इस टोल प्लाजा को शुरू हुए अभी कुछ ही महीने हुए हैं। यह टोल प्लाजा सोलन जिला के धर्मपुर के नजदीक सनवारा में है। जहां से भी टोल की वसूली शुरू हो गई है। सनवारा टोल प्लाजा को किसान आंदोलन के दौरान भी बंद नहीं किया गया था। इस टोल प्लाजा पर कार व जीप का एक तरफ का शुल्क 55 रुपये तय किया है।

डबल फेयर 85 रुपये देना होगा। लाइट कमर्शियल व्हीकल, लाइट गुड्स व्हीकल व मिनी बस के लिए 90 रुपये, बस व ट्रक (टू एक्सेल) 190, थ्री एक्सेल कमर्शियल व्हीकल के 210, हैवी कंस्ट्रक्शन मशीनरी के 300 और ओवरसीज्ड व्हीकल के 365 रुपये चुकाने होंगे। सनवारा टोल प्लाजा पर फास्टैग से यह शुल्क लगता है वहीं, जिस वाहन पर फास्टैग नहीं लगा होगा उससे दोगुना राशि वसूली जा रही है।

चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर बढ़ाया गया टोल शुल्क

चंडीमंदिर टोल प्लाजा इस टोल प्लाजा प्रबंधन की ओर से मल्टीपल और मासिक टैक्स में इजाफा कर दिया गया है। नए रेट के मुताबिक कार का सिंगल फेयर 30 रुपये और दोनों साइड डबल फेयर 50 रुपये कर दिया गया है। पुराने रेट के मुताबिक नए दाम में पांच रुपये की बढ़ोतरी की गई है।

चंडीमंदिर टाेल प्लाजा से राेजाना 15-20 हजार गाड़ियां गुजरती हैं। वहीं, वीकेंड पर यह आंकड़ा 35 हजार तक पहुंच जाता है। क्रिसमस और नए साल मनाने के लिए लोग शिमला की ओर रुख करते हैं, तो 40 हजार तक भी गाड़ियां टाेल से निकलती हैं। किसान आंदोलन से पहले इस टोल प्लाजा पर रोजाना 8 से 9 लाख रुपये का टोल शुल्क वसूला जाता था।