करनाल में दिल्ली चंडीगढ़ हाइवे पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाइवे पर मधुबन से पहले फ्लाइओवर का कार्य चल रहा हैं लेकिन वहाँ पर रास्ता डाईवर्ट करने के लिए बेरीकेटिंग नहीं लगाई गयी जिस वजह से वहाँ पहले एक केंटर हादसे का शिकार हुआ, जिस कारण केंटर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया ओर केंटर के पीछे के दोनों टायर निकल गए, गनीमत ये रही कि अन्य कोई वाहन केंटर कि चपेट में नहीं आया.. इस हादसे में ड्राइवर को हल्की चोट आई
वहीं इसके बाद चंडीगढ़ कि तरफ से आ रही एक बस भी हादसे का शिकार हो गयी, जिसमें किसी को चोट तो नहीं लगी लेकिन बस आगे से क्षतिग्रस्त हो गयी…
यहाँ बड़ा सवाल ये हैं कि ज़ब हाइवे पर काम चलता हैं तो वहाँ कोई साइन बोर्ड क्यों नहीं लगाया जाता, क्या ये किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहें हैं