हाइलाइट्स
टाटा सफारी पर 6 से 8 महीने का वेटिंग पीरियड चल रहा है.
कार का फेसलिफ्ट मॉडल कंपनी इसी साल लॉन्च करेगी.
नई कार में कई कॉस्मैटिक बदलाव देखने को मिलेंगे.
नई दिल्ली. टाटा कंपनी की कारों का जब भी जिक्र होता है तो पहली बात लोहे की ही आती है. अपने स्ट्रॉन्ग बिल्ट और सेफ्टी के चलते टाटा की कारें हमेशा से ही अपना लोहा मनवाती आई हैं. अपने कई दशकों के सफर में टाटा मोटर्स ने अपनी कारों को काफी बदल दिया है और अब न केवल सेफ्टी बल्कि अपनी परफॉर्मेंस और तकनीक के लिए भी टाटा की गाड़ियां देश में ही नहीं विदेश में भी अपना परचम लहरा रही हैं. कई मायनों में टाटा मोटर्स ने इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट को बदल कर रख दिया है. फिर बात हैचबैक की हो, माइक्रो या कॉम्पैक्ट एसयूवी की या फिर फुल साइज एसयूवी की टाटा की कारों का बोलबाला हमेशा से ही बाजार में रहा है. इन दिनों की बात की जाए तो टाटा नेक्सॉन और पंच जैसी कॉम्पैक्ट व माइक्रो एसयूवी ने बाजार में तहलका मचा रखा है. ये कारें लगातार बेस्ट सेलिंग में अपनी जगह बनाती आ रही हैं. वहीं टाटा की एक गाड़ी ऐसी भी है जो पिछले 25 सालों से अपना एक अलग ही रुतबा रखती है. इस कार ने लोगों को सही मायनों में एसयूवी का मतलब बताया. आज भी हालात ये हैं कि इस कार को खरीदने के बाद डिलीवरी के लिए लोगों को महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है.
यहां पर हम बात कर रहे हैं टाटा सफारी की. अब तक कंपनी इसकी पांच जनरेशन बाजार में उतार चुकी है और सभी को लोगों का जबर्दस्त रेस्पॉन्स मिला है. पहली बार सफारी की झलक 1998 के ऑटो एक्सपो में देखने को मिली थी. उसी साल कंपनी ने इसे लॉन्च कर बाजार में उतार भी दिया था. उस दौरान इसके टक्कर में कोई भी एसयूवी नहीं थी. महिंद्रा अरमाडा के साथ बाजार में थी लेकिन उस एसयूवी का वो आखिरी दौर चल रहा था, कुछ ही समय बाद अरमाडा को बंद कर दिया गया. टाटा सफारी की पहली जनरेशन में कंपनी ने 2.0 लीटर का डीजल इंजन दिया था और ये 7 सीटर ऑप्शन में उपलब्ध थी. इसके शानदार लुक्स को लोगों ने काफी पसंद किया और कार की जबर्दस्त सेल रिकॉर्ड की गई.
8 साल तक कोई बदलाव नहीं
इसके बाद टाटा सफारी में 8 साल तक कोई बदलाव नहीं किया गया और ये कार लगातार बेस्ट सेलिंग एसयूवी की कैटेगरी में बनी रही. लेकिन 2000 के बाद से ही देश में कई बेहतरीन कारों ने दस्तक दी और टाटा को सफारी में बदलाव करना पड़ा. इसी के साथ 2005 में सफारी की सेकेंड जनरेशन इंडिया में लॉन्च हुई. कार का इंजन बदल दिया गया और ये अब 3.0 लीटर डाईकोर डीजल इंजन के साथ लॉन्च की गई. इसी के साथ एसयूवी में 4×4 का ऑप्शन भी दिया गया. टाटा ने इस दौरान इंटीरियर में भी कई बदलाव किए. कार को और कंफर्टेबल बनाया गया. सफारी के इस मॉडल को भी काफी पसंद किया गया लेकिन लेने वाले सभी लोगों की शिकायत इसके माइलेज से रही. ये उस दौरान आ रही सभी कारों से कहीं ज्यादा फ्यूल कंज्यूम कर रही थी.
दो ही साल में करना पड़ा बदलाव
इसके बाद कंपनी को दो ही साल के अंदर सफारी में बदलाव करना पड़ा. कम माइलेज और परफॉर्मेंस के चलते इसके इंजन को पूरी तरह से नया कर दिया गया. 2007 में कंपनी ने इसकी थर्ड जनरेशन को लॉन्च किया. इसमें 2.2 लीटर का डाइकोर डीजल इंजन दिया गया जो यूरो 4 नॉर्म्स को पूरा करता था. इस इंजन का माइलेज काफी बेहतर था. हालांकि कंपनी ने इंटीरियर या बॉडी लाइन को लेकर कुछ ज्यादा बदलाव नहीं किए.
फिर आया तूफान
5 साल बाद कंपनी ने एक बार फिर सफारी को बदल कर रख दिया. इस बार पुरानी सभी दिक्कतों को सही किया गया. जिसमें सबसे बड़ी समस्या सस्पेंशन की थी. टाटा सफारी का सस्पेंशन बहुत जल्दी खराब होता था. साथ ही गाड़ी में जबर्दस्त बॉडी रोल था. कंपनी ने 2012 में सफारी स्टॉर्म को लॉन्च किया. सफारी के ट्रैडिशनल डिजाइन से हटकर स्टॉर्म को बॉक्सी लुक दिया गया. इंटीरियर को भी पूरी तरह से बदल दिया गया. इसी के साथ कई नए फीचर्स भी कार में जोड़े गए. वहीं इंजन को बदलते हुए टर्बोचार्ज्ड कर दिया गया. कार का माइलेज अब पहले से कहीं बेहतर था और कार की रोड ग्रिप व बॉडी रोल को खत्म कर दिया गया.
फिर पूरी तरह से बदला बाजार
2015 के दौरान इंडियन ऑटो मोबाइल मार्केट में बड़ा बदलाव आया. बेहतरीन फीचर्स से लैस गाड़ियां कम दामों में मिलने लगीं. इसी के साथ सेफ्टी रेटिंग्स पर भी लोग ध्यान देने लगे. गाड़ियां दिनों दिन एडवांस होने लगीं और कई नई एसयूवी भी बाजार में दस्तक दे चुकी थीं जो सफारी स्टॉर्म से कहीं ज्यादा बेहतर थीं. इसी के साथ टाटा को भी सफारी में बदलाव करने की जरूरत दिखी. कंपनी ने तुरंत इस पर काम शुरू कर दिया. 2021 में टाटा ने न्यू सफारी को लॉन्च किया. इस बार कार इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर तैयार की गई थी. न केवल डिजाइन बल्कि इंजन भी पूरी तरह से बदल गया. सफारी में 1956 सीसी का टबोचार्जड इंजन आया, इसकी खासियत माइलेज थी. कार ने 18 किलोमीटर प्रति लीटर तक का माइलेज दिया. कार में लेवल 2 ADAS दिया गया. इसी के साथ ऑटोमैटिक और मैनुअल ट्रांसमिशन भी इसमें आया. सबसे बड़ी बात थी कि कार अब बाहर से मस्कुलर और अंदर से बेहद कंफर्टेबल बना दी गई. वहीं काले और सफेद रंग से अलग सफारी में कई मैटेलिक कलर्स को जोड़ा गया.
अब भी मांग जबर्दस्त
पिछले 25 सालों से लगातार आ रही इस एसयूवी को अपने घर पर देखने के लिए आपको अभी भी 6 से 8 महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता है. टाटा सफारी को बुक करवाने पर 8 महीने तक का वेटिंग पीरियड है. सफारी की शुरुआती कीमत 15.85 लाख रुपये एक्स शोरूम है. वहीं कंपनी इसी साल इस कार का फेसलिफ्ट मॉडल भी लॉन्च करने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि अगस्त में ये दस्तक देगा. इसमें कई कॉस्मैटिक के साथ ही आपको फीचर्स के भी बदलाव देखने को मिलेंगे.
.
Tags: Auto News, Car Bike News, Tata Motors
FIRST PUBLISHED : July 24, 2023, 10:51 IST
.