हिसार में पहलवान बजरंग पूनिया का पुतला फूंका: बिना ट्रायल एशियन गेम्स में सलेक्शन पर रोष; विशाल के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग

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हिसार सिटी19 मिनट पहले

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हिसार में पहलवान बजरंग पूनिया का पुतला फूंकते लोग।

एशियन खेलों में पहलवान बजरंग पूनिया का बिना ट्रायल चयन किए जाने पर हिसार में पहलवान विशाल के परिजनों व सिसाय के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान ​पहलवान बजरंग पूनिया का पुतला फूंका और मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पहलवान विशाल के भाई कृष्ण ने कहा कि बिना ट्रायल बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में भेजा जाना सरासर गलत है।

सरकार और कुश्ती फेडरेशन को चाहिए कि बजरंग पूनिया का ट्रायल करवाया जाए। उसके बाद ही एशियन गेम्स भेजा जाए।

क्रांतिमान पार्क में इकट्‌ठा हुए परिजन व किसान संगठन
सुबह करीब 11 बजे विशाल के परिजनों के साथ किसान संगठन व काफी संख्या में लोग क्रांतिमान पार्क में इकट्‌ठा हुए। पार्क से सड़क पर प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और बजरंग पहलवान का पु​तला फूंका। विशाल के भाई ने बताया कि विशाल ने 4 बार सीनियर नेशनल चैंपियनशिप, सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप, जूनियर एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल प्राप्त किया है।

प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे परिजन व किसान संगठन।

प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे परिजन व किसान संगठन।

विशाल ने ट्रायल की सभी पांचों कुश्ती जीती
अभी जो एशियन गेम्स के लिए ट्रायल हुए हैं, उस ट्रायल की 5 कुश्ती में से पांच की पांच कुश्ती जीतकर नंबर 1 स्थान हासिल किया है। जबकि, बिना ट्रायल दिए बजरंग पूनिया का सलेक्शन एशियन गेम्स में कर दिया गया, जोकि बहुत गलत है। विशाल का सलेक्शन सभी कुश्तियां जीतकर पहला स्थान प्राप्त करके भी नहीं हुआ। उन्होंने मांग उठाई कि एशियन गेम्स में कोई भी खिलाड़ी बिना ट्रायल के न जाए।

उसके भाई विशाल व बजरंग पूनिया का ट्रायल करवाया जाए और जो ट्रायल में जीते वही एशियन गेम्स में आगे जाए। विशाल की मां राजबाला ने बताया कि उसके बेटे के साथ अन्याय हो रहा है। उसका बेटा 8 साल की उम्र से पहलवानी कर रहा है। उसका सपना तोड़ने का काम पहलवान बजरंग पूनिया ने किया है। जब बजरंग पूनिया दिल्ली में धरने पर बैठे थे, तब विशाल व उनके गांव के लोग भी धरने पर बैठे थे।

मुख्यमंत्री के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देते परिजन।

मुख्यमंत्री के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देते परिजन।

सिसाय पंचायत ने 75 लाख का रखा इनाम
मां राजबाला ने बताया कि अगर बजरंग पूनिया उसके बेटे के साथ मुकाबला करेगा तो उसे हरा देगा। ऐसे में अब वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता तब तक लड़ाई लड़ते रहेंगे। विशाल की मां इस दौरान काफी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि बजरंग ने एक मां की आत्मा रुलाई है।

इस बारे में बजरंग पूनिया से मिलने के लिए उसके घर गए। वहीं, कई बार पंचायतें की। सिसाय पंचायत ने भी इनाम की घोषणा की है, अगर बजरंग पूनिया विशाल को हरा देगा तो 75 लाख रुपए इनाम दिया जाएगा।

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