हिसार पहुंचे इनेलो नेता अभय चौटाला: भतीजे पर कसा तंज; बोले- ओपी चौटाला को दादा माना होता तो आज CM होता दुष्यंत

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हिसार सिटीएक घंटा पहले

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हिसार में इनेलो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते अभय चौटाला।

हरियाणा के कैथल में होने वाली पूर्व प्रधानमंत्री ताऊ देवी लाल की 110वीं जयंती के उपलक्ष्य में सम्मान दिवस समारोह को लेकर इनेलो ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस कड़ी में हिसार में इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली। ज्यादा से ज्यादा संख्या में 25 सितंबर को कैथल पहुंचने का आग्रह किया। मंच पर बोलते हुए अभय सिंह चौटाला ने भतीजे दुष्यंत चौटाला पर जमकर निशाना साधा।

​​​​​​प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि वह चाचा से पीड़ित है, इसके जवाब में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर दुष्यंत चौटाला रामकुमार गौतम की बजाय ओम प्रकाश चौटाला को अपना दादा मानता तो आज वह मुख्यमंत्री होता। दुष्यंत चौटाला ने रामकुमार गौतम को अपना दादा माना। जिसके चलते आज हरियाणा छोड़कर राजस्थान भागना पड़ रहा है।

अभय चौटाला को पगड़ी पहनाते इनेलो कार्यकर्ता।

अभय चौटाला को पगड़ी पहनाते इनेलो कार्यकर्ता।

भाजपा ने साजिश रच तोड़ा इनेलो पार्टी को
कार्यकर्ताओं को संबोधित कर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सन 2018 में हरियाणा में हर किसी के जुबान पर था कि इस बार सरकार इनेलो की बनेगी, लेकिन बीजेपी ने साजिश रची और कुछ लोगों को लालच दिया। कुछ लोग पार्टी छोड़कर चले गए, जो साथी पार्टी में बचे थे, उनके घर ED और इनकम टैक्स वाले अधिकारी भेज दिए।

जिससे प्रमुख कार्यकर्ता और नेता भी पार्टी छोड़कर चले गए। जिसके परिणाम स्वरूप विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी ज्यादा सीट नहीं ले पाई।

अभय चौटाला के कार्यक्रम में मौजूद इनेलो कार्यकर्ता।

अभय चौटाला के कार्यक्रम में मौजूद इनेलो कार्यकर्ता।

परिवर्तन यात्रा से डर कर JJP भागी राजस्थान
उन्होंने कहा कि हरियाणा में परिवर्तन यात्रा के कारण ही कई नेताओं को सांप सूंघ गया है। कुछ राजनीतिक पार्टी के नेता इंडियन नेशनल पार्टी पर व्यंग्य कसते हुए बोलते थे कि एक थी इनेलो, लेकिन आने वाले समय में उनकी पार्टियों के ताले चाबी गायब मिलेंगी।

जजपा पार्टी का नाम लिए बिना अभय सिंह चौटाला ने कहा कि परिवर्तन यात्रा से डरकर एक पार्टी राजस्थान भाग गई है। राजस्थान के लोग उस पार्टी के नेताओं को अपने मुंह नहीं लगाएंगे। वहां पर लड्डू खाने वाले और पैसे लेने वाले ही पार्टी के नारे लगाएंगे।

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