विष्णु शर्मा हत्याकांड का खुलासा: 30 लाख रुपये के लेनदेन के कारण की थी हत्या, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

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 मृत्युंजय कुमारबोकारो. भाजपा नेता मृत्युंजय शर्मा को जमीन के एवज में विष्णु शर्मा ने सनोज सिंह से 30 लाख रुपये दिलाई थी. उसी पैसे के लेनदेन के कारण विष्णु व सनोज के बीच विवाद चल रहा था. इसी विवाद में सनोज ने विष्णु की गोली मारकर हत्या कर दी थी. चास थाना क्षेत्र के शिवपुरी कॉलोनी में 19 मई की शाम हुए विष्णु शर्मा हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी सनोज सिंह उर्फ किशोर सिंह को रांची चुटिया थाना पुलिस की सहयोग से रांची से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.

पुलिस ने सनोज सिंह के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे स्विफ्ट डिजायर कार को भी रांची से बरामद किया है. वहीं सनोज सिंह की निशानदेही पर पुलिस में 9 जिंदा कारतूस और 6 खोखा को भी बरामद किया है. विष्णु शर्मा की हत्या जमीन को लेकर पैसे की लेनदेन के कारण हुई थी. इसका खुलासा भी चास एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने की है. पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले मृत्युंजय शर्मा को जमीन के एवज में विष्णु शर्मा के माध्यम से सनोज सिंह ने 30 लाख रुपया दी थी. जमीन नहीं देने पर सनोज सिंह अपने दिए पैसे कि जब मांग मृत्युंजय शर्मा से करने लगे तब वह पैसा देने में आनाकानी की. इसका दबाव विष्णु शर्मा पर बनाया और इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ.

19 मई को राम मंदिर से अजीत सिंह और मनोज सिंह के साथ विष्णु शर्मा शिवपुरी कॉलोनी स्थित सनोज सिंह के घर पहुंचा. उसके बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ा. सनोज सिंह घर के अंदर जाकर सबसे पहले सीसीटीवी का कनेक्शन खोला. उसके बाद अपने राइफल से विष्णु शर्मा को गोली मार दी. उसके बाद अजीत और सनोज ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग की और विष्णु शर्मा को मौत के घाट उतार दिया. भागने से पहले सनोज सिंह ने हथियार को घर के बाहर छुपाने का भी काम किया था. जिसे पुलिस अभी बरामद नहीं कर पाई है.

पुलिस की माने तो हत्या के बाद सनोज सिंह ने सबसे पहले राइफल और पिस्तौल को घर में छुपा दिया. उसके बाद वह सीधे पैदल मुख्य सड़क पर पहुंचा और बस पर सवार हो गया. बस पर सवार होने के बाद उसने अपने गाड़ी चालक को फोन किया. गाड़ी चालक गाड़ी लेकर उसी रास्ते से लौट रहा था. उसे एक निश्चित जगह पर रुकने के लिए बोला. जब वह वहां पहुंचा सुबह तो गाड़ी में सवार होकर वहां से सीधे बिहार भाग चला.

रास्ते से उसने अपनी पत्नी को फोन किया और विष्णु शर्मा को गोली मारकर हत्या करने की जानकारी दी. उसके बाद उसकी पत्नी भी मौके से निकाल कर भाग खड़ी हुई. केस के अनुसंधान करता अजय उपाध्याय लगातार घटना के बाद बिहार पहुंच कर उसकी खोज में जुटे हुए थे. पुलिस को पता चला कि वह पटना में घूम रहा है. पुलिस जब पटना पहुंची तो वह मौके से भाग कर रांची पहुंच गया. बोकारो पुलिस ने इसकी सूचना रांची पुलिस को दी. रांची पुलिस ने चुटिया थाना को सूचित करते हुए उसका लोकेशन भेजा और स्विफ्ट डिजायर संख्या JH 02V-3611 में उसे सवार पाया और वहीं से उसको गिरफ्तार कर चास पुलिस थाने लाई.

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