फरीदाबाद11 मिनट पहले
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पुलिस एनकाउंटर में मारा गया बदमाश बलविंदर उर्फ बबलू।
हरियाणा के फरीदाबाद में शनिवार रात करीब 2 बजे गांव पावटा में कार सवार तीन बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान एक बदमाश के पेट में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। बदमाश की पहचान बबलू उर्फ बलविंदर निवासी गांव पावटा के रूप में हुई है। वहीं, 2 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के बाद पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं, मृतक बबलू के परिजनों ने पुलिस पर गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है।

क्राइम ब्रांच 48 की टीम ने किया बदमाशों का पीछा
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि धौज से आगे सोहना की तरफ कुछ बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं, जिसकी सूचना के बाद क्राइम ब्रांच 48 की टीम बदमाशों के पीछे लगी। क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 की टीम का मुकाबला बदमाशों से शेरकारी गांव के पास हुआ, जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों को रोकने का इशारा किया।
गिरफ्तार आरोपी अनूप पर हत्या सहित कई मामले दर्ज
लेकि,न बदमाश क्राइम ब्रांच की टीम पर फायरिंग करते हुए गांव पावटा की तरफ गाड़ी लेकर भागने लगे। इस फायरिंग में एक गोली पुलिस की गाड़ी में लगी। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी का पीछा करते हुए पावटा गांव जा पहुंची। आरोपी पावटा गांव में गाड़ी छोड़कर भागने लगे। इस दौरान हुई जवाबी कार्रवाई में एक गोली बलविंदर उर्फ बबलू के पेट में जा लगी।
पुलिस ने पैर पर गोली चलाई, लेकिन मृतक बबलू नीचे बैठ गया, जिसके चलते उसके पेट में गोली लगी। वहीं, क्राइम ब्रांच की टीम ने घटना के समय बबलू के दो साथियों अरविंद और अनूप उर्फ छलिया को काबू कर लिया। मौके से वारदात में प्रयोग हथियार बरामद कर लिया है। बता दें कि अनूप उर्फ छलिया डबुआ इलाके का रहने वाला है, जिसके खिलाफ हत्या वा अन्य कई धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं।

अरविंद पर एक्साइज एक्ट का मामला दर्ज
वहीं, आरोपी अरविंद समयपुर इलाके के रहने वाला है, जिसके खिलाफ एक्साइज एक्ट का मामला दर्ज है। वहीं, दूसरी तरफ मृतक बदमाश के परिजनों का आरोप है कि बलविंदर पर कोई संगीन मामले दर्ज नहीं थे। पुलिस ने एनकाउंटर का सहारा लेकर उसकी गोली मारकर हत्या की है।
मृतक बबलू उर्फ बलविंदर के चाचा इंद्र की माने तो उसके पिता रमेश ने उसे देर शाम कहीं से रुपए लेने के लिए भेजा था, लेकिन वह घर नहीं लौटा। सुबह पुलिस ने गांव के सरपंच वीरू को फोन कर जानकारी दी कि बबलू को चोट लगी है। वह बीके अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, लेकिन जब वह बीके अस्पताल पहुंचे तो बबलू की मौत हो चुकी थी। उसका शव बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ था।
पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई न होने तक शव नहीं लेंगे परिजन
इसके बाद उन्हें इस घटना की जानकारी मिली। अब वह चाहते हैं कि मृतक को न्याय मिले। कहा कि जब तक हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता, तब तक वह शव को बादशाह खान अस्पताल से दाह संस्कार के लिए नहीं ले जाएंगे, चाहे उन्हें कितने दिन भी लगे।
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