ठंड के मौसम से बेपरवाह, सैकड़ों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अपनी मांगों को रखने के लिए सेक्टर -12 के फाउंटेन पार्क में टेंट में एक रात बिताई । उन्होंने मंगलवार को विरोध मार्च निकाला और मिनी सचिवालय के बाहर धरना दिया । जिससे वहां जाम की स्थिति पैदा हो गई।
उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया और एसडीएम गौरव कुमार के साथ बैठक के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने नाकाबंदी हटाकर वापस पार्क की ओर प्रस्थान किया। डीसी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव के साथ बैठक का आश्वासन दिया।
इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ ने 5 मार्च तक जारी हड़ताल को बढ़ाने की घोषणा की। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का एक समूह करनाल में धरना जारी रखेगा जबकि शेष अपने जिला मुख्यालय पर धरना देंगे।
उन्होंने कहा कि वे पिछले 70 दिनों से पूरे राज्य में धरना दे रहे हैं । प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने करनाल पार्क में रात बिताई लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है। समिति के सदस्यों ने कहा कि 10 सितंबर 2018 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों और सहायकों के वेतन में क्रमशः 1,500 रुपये और 750 रुपये की वृद्धि करने का वादा किया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी मार्च 2018 में कुशल और अर्धकुशल श्रमिकों के अनुसार उनका वेतन तय करने का वादा किया था । लेकिन यह वादा भी पूरा नहीं किया गया ।