ग्राहकों का मिला प्यार तो लूटने पर उतारू हुई कंपनी, ₹4 लाख बढ़ा दिए दाम, बिक चुकी है 5 लाख यूनिट्स!

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भारतीय कार बाजार बीते कुछ सालों के दौरान बेहद समृद्ध हुआ है. बीते एक दशक पर नजर डालें तो इस दौरान एक से बढ़कर एक गाड़ियां लॉन्च हुई हैं. इनमें से कुछ गाड़ियों ने लोगों को अपना दीवाना बना लिया है. कुछ ने तो बाजार की पूरी केमेस्ट्री बदल दी. आज ऐसी ही एक गाड़ी की कहानी, जिसके प्रति लोगों में जबर्दस्त दीवानगी देखी गई. लेकिन, दूसरी तरफ इस दीवानगी को कंपनी मुनाफा कमाने का जरिया बनाती दिखी. उसने करीब छह साल के दौरान इसकी एक्सशो रूम कीमत में 3.50 लाख रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी.

दरअसल, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के नजरिये से बीते एक दशक को देखें तो आप पाएंगे कि बाजार की पूरी केमेस्ट्री बदल गई थी. उस वक्त भारतीय ग्राहकों के बीच एंट्री लेवल हैचबैक कारों की सबसे ज्यादा डिमांड थी. इस एंट्री लेवल कार मार्केट में सबसे प्रमुख गाड़ी थी ऑल्टो. मारुति कंपनी की ऑल्टो लंबे समय तक भारतीय की पहली पसंद रही है. लेकिन, बीते दशक में बाजार ने पूरी तरह से करवट बदल ली. अचानक से एंट्री लेवल हैचबैक कारों की डिमांड गिर गई. मारुति सहित कई कंपनियों ने इस सेग्मेंट पर फोकस करना ही बंद कर दिया. कई कंपनियों ने अपनी एंट्री लेवल हैचबैक कारों का उत्पादन बंद कर दिया है. इस रिक्त स्थान की भरपाई कॉम्पैक्ट और एंट्री लेवल एसयूवी करने लगी. इस रेस में कुछ समय के लिए देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति पिछड़ती भी दिखी. वहीं एक देसी कंपनी बिल्कुल नए अवतार में क्रांति लाने पर उतारू थी. उस कंपनी का नाम है टाटा मोटर्स. आज हम जिस गाड़ी की चर्चा करने जा रहे हैं वो है टाटा की नेक्सॉन.

अपने सेग्मेंट की बेस्ट कार
बीते करीब एक दशक में टाटा ने कार बाजार के साथ-साथ खुद को पूरी तरह बदल लिया है. उसने बाजार में स्थापित मारुति सुजुकी और हुंडई को तगड़ी टक्कर दी है. वह लगातार नए-नए प्रोडक्ट लॉन्च कर रही है और बेहद सफल भी साबित हो रही है. नेक्सॉन भी इसी में शामिल है. कंपनी ने इस कॉम्पैक्ट एसयूवी को 2017 में लॉन्च किया था. तब से यह गाड़ी अपने सेग्मेंट में सबसे अधिक बिकने वाली गाड़ी है. इसने लंबे समय तक मारुति की ब्रेजा को पछाड़ती रही. इसके आगे हुंडई की वैन्यू भी पिछड़ी दिखी. इस कार के जरिए टाटा ने भारतीय बाजार में कार सेफ्टी को एक मुद्दा बनाया. नेक्सॉन देश की संभवतः पहली 5 स्टार एनकैप रेटिंग वाली कार है. इसने पूरे बाजार को बदल दिया है. बीते करीब छह साल में इस एसयूवी की साढ़े पांच लाख से अधिक यूनिट्स की बिक्री हो चुकी है. सेफ्टी, स्पेस, फीचर्स और परफॉर्मेंस हर चीज में यह अपने सेग्मेंट और अपने ऊपर से सेग्मेंट की गाड़ियों को टक्कर देती है.

करीब 4 लाख रुपये महंगी हुई एसयूवी
टाटा मोटर्स ने सितंबर 2017 में नेक्सॉन के पेट्रोल वैरिएंट के बेस मॉडल को 5.85 लाख रुपये के एक्सशो रूम कीमत पर लॉन्च किया था. पेट्रोल वर्जन में टॉप मॉडल की कीमत 9.45 लाख रुपये तय की गई थी. आज अगस्त 2023 चल रहा है. करीब छह साल में इस गाड़ी की कीमत 3.50 लाख रुपये तक बढ़ गई है. ऑन रोड प्राइस में आपको करीब चार लाख रुपये का अंतर दिखेगा. इस वक्त नेक्सॉन के बेस मॉडल की एक्स शो रूम कीमत 7.99 लाख रुपये है जबकि टॉप पेट्रोल वर्जन 12.54 लाख रुपये तक जाती है. लॉन्चिंग के वक्त नेक्सॉन का बेस मॉडल मारुति ब्रेजा के बेस मॉडल से करीब 1.50 लाख रुपये सस्ता हुआ करता था. उस वक्त ब्रेजा के बेस मॉडल की कीमत 7.24 लाख थी जो आज बढ़कर 8.29 लाख रुपये हुई है. इस तरह देखें तो मारुति ने बेस मॉडल की कीमत करीब एक लाख बढ़ाई, वहीं टाटा ने उसी सेग्मेंट की कार की कीमत करीब 2.15 लाख रुपये तक बढ़ा दी.

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