कुरुक्षेत्र के 5 लोगों की उत्तराखंड में मौत: बैंक मैनेजर का परिवार गया था घूमने, लैंडस्लाइड के मलबे में दबा, 7 साल की बच्ची बची

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कुरुक्षेत्र31 मिनट पहले

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हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के बैंक मैनेजर का परिवार उत्तराखंड के गांव मोहन चट्‌टी में 14 अगस्त की रात हुए लैंडस्लाइड में खत्म हो गया। हालांकि 7 साल की बच्ची बच गई है, लेकिन परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो गई है। सेक्टर-4 निवासी यूनियन बैंक के मैनेजर कमल वर्मा का परिवार उत्तराखंड के जिला पौड़ी गढ़वाल में घूमने गया था।

मृतकों में एक कमल का साला था
परिवार ऋषिकेश के खंड यमकेश्वर के नजदीक गांव मोहन चट्टी में एक रिजॉर्ट में ठहरा हुआ था। रात को भारी बारिश से रिजॉर्ट भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें पूरा परिवार बह गया। हादसे बैंक प्रबंधक कमल वर्मा (40), उनकी पत्नी निशा (36), भतीजे निशांत (18), बेटे निर्मित (10) और ममेरे साले मोंटी (22) निवासी इसराना पानीपत की मौत हो गई।

लैंडस्लाइड के मलबे से शव को निकालते SDRF के जवान।

लैंडस्लाइड के मलबे से शव को निकालते SDRF के जवान।

SDRF ने बरामद किए चारों शव
वहीं इस हादसे में कमल वर्मा की 7 वर्षीय बेटी कृतिका बाल-बाल बच गई। SDRF की टीम ने 15 अगस्त को कमल वर्मा, निशा और मोंटी के शव बरामद करके उनके परिजनों के हवाले कर दिए। मोंटी का इसराना में उसके परिजनों के अंतिम संस्कार कर दिया। कमल और निशा के शव को LNJP अस्पताल में रखा गया। इसके 2 दिन के बाद 17 अगस्त को निशांत और निर्मित के शव बरामद हुए।

घूमने के लिए गया था पूरा परिवार
कमल वर्मा परिवार के साथ देहरादून में घूमने के लिए निकले थे, लेकिन देर रात पहुंचने के कारण मोहन चट्टी के एक रिजॉर्ट में रुक गए। घटना से ठीक पहले कमल वर्मा ने अपने दोस्त व परिजनों को सब कुछ ठीक होने की सूचना दी। इस रिजॉर्ट में सिर्फ 6 लोग ही ठहरे हुए थे। रात करीब 2 बजे बारिश के कारण भूस्खलन में रिजॉर्ट के साथ पूरा परिवार बह गया।

लैंडस्लाइड में परिवार रिजॉर्ट के साथ ही बह गया।

लैंडस्लाइड में परिवार रिजॉर्ट के साथ ही बह गया।

एक चिता पर पति-पत्नी का संस्कार
कमल और उसकी पत्नी निशा का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई रवि वर्मा ने चारों का अंतिम संस्कार किया। मोंटी और निशांत अपने-माता-पिता के इकलौते बेटे थे। कुछ दिन पहले ही निशांत का NIT कुरुक्षेत्र में एडमिशन हुआ था। वहीं निर्मित 5वीं कक्षा में पढ़ता था। अब परिवार में केवल 2 बेटियां कृतिका और रितिका बची हैं।

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