रोहतक में निगम कर्मचारी भूख हड़ताल पर: 29 सितंबर तक जारी रहेगी, प्रभावित हो रहे काम; 15 अक्टूबर को प्रदेश स्तरीय रैली करेंगे

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रोहतकएक घंटा पहले

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अपनी मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए कर्मचारी

रोहतक में नगर निगम के कर्मचारी 5 दिन की क्रमिक भूख हड़ताल पर है। जिससे नगर निगम के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि अभी कर्मचारियों ने क्रमिक भूख हड़ताल का ही निर्णय लिया है। जिसके तहत प्रतिदिन 21-21 कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठते हैं। वहीं मांगे नहीं मानने पर इसे अनिश्चितकालीन के लिए भी करने की चेतावनी दे रही है।

नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले रोहतक के नगर निगम कर्मचारियों ने 25 सितंबर से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की थी, जो 29 सितंबर तक जारी रहेगी। वहीं इसके बाद कर्मचारी आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन करेंगे। जिसके तहत 15 अक्टूबर को रोहतक में प्रदेश स्तरीय रैली भी करने जा रहे हैं। जिसमें आगे का निर्णय लिया जाएगा।

कर्मचारियों की ये है मांगें
छटनिग्रस्त कर्मचारियों को डयूटी पर लेकर रोल पर करने, फायर विभाग को शहरी स्थानीय निकाय विभाग में शामिल करने, अनुबंधित कर्मचारियों, मैन पावर के ठेकों व वर्कआउट सोर्स, ऑपरेशनल एन्ड मेंटेनेंस, डोर-टू-डोर, पार्ट 1 व पार्ट-2, दैनिक वेतनभोगी, डीसी रेट पर लगे सभी सफाई व सीवर कर्मचारियों, फायर मैनों व ड्राइवरों व ग्रुप सी व डी के कर्मचारियों को एक कलम से पक्का करने, पक्का करने तक सभी भत्तों सहित समान काम-समान वेतन देने, 2063 फायर ऑपरेटर कम ड्राइवरों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।

क्लर्कों को 35 हजार 400 रुपए ग्रेड पे देने वह ग्रुप डी के कर्मचारियों को 29 हजार 100 रुपए ग्रेड पे देने तथा सहायक सफाई निरीक्षक, सफाई निरीक्षक, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक व जेई की वेतन विसंगति दूर करो, डिमिनेशन कॉडर में शामिल पदों को बहाल करो, माली, बेलदार, मेशन, ट्यूबवैल ड्राइवर व हेल्पर चौकीदारों व्हीकल ड्राइवरों को तेल साबुन दो, विभिन्न पालिकाओं परिषदों निगमो व फायर विभाग के कर्मचारियों को नियम व शर्तों में ढील देकर 6 सितंबर 2019 के पत्र अनुसार विभाग के रोल पर करने, पालिका, परिषद, निगम में सैनिटेशन स्टाफ व ग्रुप सी वेडिंग तथा फायर विभाग में कर्मचारियों के नए पदसृजित करने, फायर कर्मियों को 1 हजार रुपए जोखिम भत्ता देने तथा सफाई कर्मचारियों को 1 हजार रुपए स्वच्छता प्रोत्साहन राशि देने के स्थान पर जोखिम पूर्ण कार्य करने वाले सभी पालिका कर्मचारियों को 5 हजार रुपए जोखिम भत्ता देने सहित अन्य मांग रखी।

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