पानीपत9 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
नवादाआर और पत्थरगढ़ के बीच बना बांध टूटने से पानी खेतों में घुस गया है।
उत्तरभारत में हो रही तेज बरसात का असर अब हरियाणा के पानीपत जिले में भी पड़ा है। मंगलवार देर रात करीब 3 बजे नवादाआर और पत्थरगढ़ के बीच बना बांध टूट गया है। जिससे कई हजारा क्यूसिक पानी खेतों और गांवों में घुसा आया। यमुना से सटे 7 गांवों का संपर्क टूट गया है।
इन गांवों मे प्रशासन पहुंचने की कोशिश कर रहा है। पानी भरे जाने से गढ़ी सनौली, गढ़ी बेसिक, नवादा आर, नवादा पार, पत्थरगढ़, तामशाबाद, राणा माजरा गांव पूरी तरह प्रभावित हुए हैं। ये सभी 7 गांव यमुना से सटे हुए हैं।
यमुनानगर स्थिति हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से आई आफत
सोमवार सुबह तक यमुनानगर स्थित हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख 94 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया था। इससे ही पानीपत की यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान पर पहुंच चुका था। दोपहर बाद कुंड से और पानी छोड़ा गया है। क्योंकि लगातार कुंड पर पानी का दबाब बढ़ता जा रहा था। जब ये पानी पानीपत की यमुना नदी में पहुंचा, तो यहां यमुना से सटे गांवों के लिए मुसीबत बन गई।
खेत हुए जलमगन, फसलें डूबी
निचले इलाकों में बारिश के पानी ने फसलों को तबाह कर के रख दिया है। जगह-जगह खेतों में जलभराव हो चुका है। जलभराव से धान की फसल भी लगभग डूब चुकी है। अब किसानों को धान की फसलों को दोबारा लगाना पड़ेगा बड़ी समस्या इस समय यमुना नदी के सटे इलाकों में ज्यादा हो चुकी है।
करनाल पहुंचने पर यमुना के पानी ने कई इलाकों की फसलें तबाह कर दी और उसके बाद अब पानीपत की तरफ यमुना नदी पानी तेजी से आ गई। जिससे यमुना नदी के सटे इलाकों में रहने वाले किसानों ने जो यमुना नदी के किनारे पर प्लेज (बेल वाली) की फसलें लगाई थी। वह यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से बह चुकी है। धान की फसलों भी डूब गई है।
.