नीरज चोपड़ा का मैच आज: एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल का बचाव करने उतरेंगे; प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तानी खिलाड़ी चोट के कारण गेम से बाहर

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पानीपतएक घंटा पहले

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एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा का आज मैच भारतीय समय के अनुसार शाम 4:30 बजे से शुरू होगा।

19वें एशियन गेम्स का आज 11वां दिन है। भारत के नीरज चोपड़ा का भी आज मैच है। उनके मैच पर देश ही नहीं, बल्कि विश्व की नजर टिकी हुई हैं। क्योंकि बुधवार को नीरज पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के लिए मैदान में उतरेंगे तो उनका इरादा अपने स्वर्ण पदक का बचाव करने के साथ सत्र का शानदार अंत करने का होगा।

भारत के महान एथलीटों में शामिल चोपड़ा का काम आसान हो सकता है क्योंकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अरशद नदीम घुटने की पुरानी चोट के कारण इन खेलों से हट गए हैं। नीरज का मुकाबला भारतीय समय के अनुसार शाम साढ़े चार बजे शुरू होगा।

नदीम के साथ 9 बार एक साथ कर चुके प्रतिस्पर्धा
विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने अब तक नदीम के खिलाफ हर प्रतियोगिता जीती है। दोनों ने कुल मिलाकर 9 बार एक साथ प्रतिस्पर्धा की है। इसमें 2018 का एशियाई खेल भी शामिल हैं, जहां पाकिस्तान का खिलाड़ी तीसरे जबकि भारतीय खिलाड़ी शीर्ष पर थे। चोपड़ा हालांकि अब तक 90 मीटर की दूरी तय नहीं कर पाए है, जबकि नदीम ने इसे हासिल कर लिया है।

ये हैं नीरज की जीत के समीकरण
नीरज अमेरिका के यूजीन में आयोजित डायमंड लीग के फाइनल में कुछ खास नहीं कर पाए थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। तब उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो 83.80 मीटर का किया था। वह चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच से पीछे रह गए थे। हालांकि, इस प्रतियोगिता में वादलेच नहीं होंगे। उन्हें नदीम से ही कड़ी टक्कर मिल सकती थी, लेकिन अब नदीम भी खेलते नहीं दिखेंगे।

ऐसे में नीरज स्वर्ण पदक जीत सकते हैं। नीरज ने इस साल दोहा डायमंड लीग में उन्होंने 88.67 मीटर दूर भाला फेंका था, जबकि लुसान डायमंड लीग में वह 87.66 मीटर के साथ जीते थे। ज्यूरिख डायमंड लीग में 85.71 के बेस्ट अटेम्प्ट के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं, विश्व चैंपियनशिप में नीरज ने स्वर्ण पदक जीता था।

परिजनों से फोन पर बातचीत में कहा था, दोहराएंगे इतिहास
नीरज चोपड़ा के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि 6 दिन पहले ही नीरज से बात हुई थी उन्होंने बताया कि वह गेम के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। इस बार भी वह देशवासियों की उम्मीद पर खरा उतरेंगे और देश को गोल्ड मेडल जरूर दिलाएंगे।

नीरज ने फोन पर बताया था कि वह एक बार फिर से अपने जीती गई चैंपियनशिप मेडल श्रृंखला को दोबारा दोहराना चाहते हैं। वह जो मेडल जीत चुके हैं, उन्हें फिर से एक बार हासिल करना हैं। इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रहें हैं।

भीम चोपड़ा ने बताया कि नीरज चोपड़ा पिछले 11 साल से लगातार मेहनत कर रहे हैं। कुछ पाने के लिए कुछ बलिदान भी देने पड़ते हैं। नीरज ने परिवार से दूर रहकर एक बलिदान दिया है और खुद को इस काबिल बनाया है।

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