हाइलाइट्स
कार एसी के फिल्टर को साल में कम से कम एक बार बदलना चाहिए.
इसमें गंदगी आ जाने के बाद कूलिंग कम होती है.
साथ ही इससे इंजन पर लोड आता है और माइलेज गिरता है.
नई दिल्ली. कार के केबिन में कूलिंग की प्रॉब्लम कभी न कभी सभी को आती है. कई बार एसी कूलिंग कम करता है तो कई बार इसके साथ ही कार का माइलेज भी कम होता हुआ नजर आता है. इस समस्या के आने के बाद हम मैकेनिक को कार चैक करवाते हैं और कई बार इसके लिए हजारों रुपये भी रिपेयर के नाम पर देते हैं. दरअसल कार का एसी कई कंपोनेंट्स यानि पार्ट्स के साथ बनता है. ऐसे में किसी न किसी पार्ट में कभी कभी खराबी आने पर कूलिंग की समस्या सामने आने लगती है. लेकिन कई बार एक छोटी सी खराबी या कहें समय के साथ होने एक पार्ट एसी का ऐसा भी होता है जिसे बदलना होता है लेकिन भूलवश हम इसे समय पर नहीं बदलवाते जो कूलिंग कम करने के साथ ही कार के माइलेज को भी कम कर देता है.
दरअसल कार एसी के फिल्टर (Car AC Filter) की. कार एसी का फिल्टर कुछ समय में खराब हो जाता या फिर गंदगी भर जाने के चलते ये जाम हो जाता है. इस फिल्टर को साल में कम से कम एक बार बदलना होता है. आइये जानते हैं इस फिल्टर के खराब होने के क्या कारण होते हैं और इसको बदल कर कैसे कार की कूलिंग के साथ ही माइलेज भी बढ़ाया जा सकता है.
कैसे होता है खराब
दरअसल कार एसी का फिल्टर वैसे ही काम करता है जैसा कि इसका नाम होता है. ये कार के केबिन की हवा को फिल्टर करता है. इस दौरान ये किसी भी तरह की धूल या गंदगी को कार के केबिन में नहीं आने देता है. इसी के चलते ये धीरे-धीरे जाम होने लगता है. इसके जाम होने के चलते एसी की हवा आनी कम हो जाती है. एसी का फैन फुल स्पीड पर चलाने के दौरान भी हवा की स्पीड कम ही रहती है.
कैसे कम होता है माइलेज
क्योंकि फिल्टर के गंदगी से पैक हो जाने के बाद एसी पर इसका सीधा असर पड़ता है और कंप्रैशर अपनी क्षमता से ज्यादा काम करने लगता है. इसका पूरा लोड इंजन पर पड़ता है और ये सामान्य कंडीशन से दोगुनी एनर्जी जनरेट करता है. ऐसे में कार का माइलेज तेजी से कम होता है. इस दौरान आप 2 से 4 किलोमीटर प्रति लीटर गिर जाता है.
क्या करें
इसको आप आसानी से खुद भी बदल सकते हैं. कार एसी फिल्टर आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगा. कार यूजर मैनुअल में आपको कार के एसी फिल्टर को कहां और कैसे लगाया जाता है ये आसानी से मिल जाएगा. क्योंकि ये हर कार में अलग अलग जगह होता है ऐसे में ये देखना जरूरी है कि फिल्टर कहां पर प्लेस्ड है. ज्यादातर कार फिल्टर डैशबोर्ड के अंदर ही लगा होता है.
कब बदलें
कार एसी फिल्टर को हर 6 महीने में बदलना चाहिए. हालांकि ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप कार के एसी का इस्तेमाल कितना करते हैं. यदि एसी का इस्तेमाल ज्यादा होता है तो फिल्टर को हर 3 महीने में चेक करें और उसे बदलें.
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Tags: Air Conditioner, Auto News, Car Bike News
FIRST PUBLISHED : September 05, 2023, 11:54 IST
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